THINKING OF TODAY

Friday, February 25, 2011

आतंकवाद

आतंकवाद

किसने लूटी है ये वसुंधरआ


किसने हरियाली में रक्त भरा


गोलियाँ चलती हैं बमों के धमाकें हैं


इंसां मरते हैं जैसे जलते पटाखे हैं


कौन ले गया है अमन और चैन जहाँ से


चारों दिशा में गूँजता यह किसका नाद है


यह आतंकवाद है यह आतंकवाद है

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