आतंकवाद
किसने लूटी है ये वसुंधरआ
किसने हरियाली में रक्त भरा
गोलियाँ चलती हैं बमों के धमाकें हैं
इंसां मरते हैं जैसे जलते पटाखे हैं
कौन ले गया है अमन और चैन जहाँ से
चारों दिशा में गूँजता यह किसका नाद है
यह आतंकवाद है यह आतंकवाद है
किसने लूटी है ये वसुंधरआ
किसने हरियाली में रक्त भरा
गोलियाँ चलती हैं बमों के धमाकें हैं
इंसां मरते हैं जैसे जलते पटाखे हैं
कौन ले गया है अमन और चैन जहाँ से
चारों दिशा में गूँजता यह किसका नाद है
यह आतंकवाद है यह आतंकवाद है
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